पाकिस्तान पर भारत की कड़ी नज़र, CCS की अहम बैठक में बड़े फैसले की संभावना
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ संभावित कार्रवाई पर चर्चा होने की संभावना है। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भारत ने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
सीमा पार आतंकवाद पर सख्त रुख
सूत्रों के अनुसार, बैठक में सीमा पार आतंकवाद और पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही घुसपैठ पर विस्तार से चर्चा होगी। सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगी और किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगी।
- खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट: खुफिया एजेंसियों ने सरकार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों की गतिविधियों और उनके द्वारा किए जा रहे संभावित हमलों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है। इन रिपोर्टों के आधार पर ही CCS की बैठक में कार्रवाई की योजना बनाई जाएगी।
- सैन्य तैयारियों की समीक्षा: बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल होंगे, जो अपनी तैयारियों और सीमा पर सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी देंगे। सरकार सैन्य विकल्पों पर भी विचार कर सकती है, जिसमें सर्जिकल स्ट्राइक या हवाई हमले शामिल हैं।
अंतर्राष्ट्रीय दबाव और कूटनीतिक प्रयास
भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा उठाया है और कई देशों से इस मुद्दे पर समर्थन मांगा है। सरकार कूटनीतिक प्रयासों के साथ-साथ सैन्य विकल्पों पर भी विचार कर रही है।
- अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समर्थन: भारत को अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और अन्य देशों का समर्थन मिला है, जिन्होंने पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया है।
- कूटनीतिक विकल्प: सरकार पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए कूटनीतिक विकल्पों पर भी विचार कर रही है, जिसमें व्यापार प्रतिबंध और राजनयिक संबंधों में कमी शामिल है।