मानसून के महीनों में कहाँ-कहाँ घूमने नहीं जाना चाहिए? भारत में मानसून का मौसम जून से सितंबर तक चलता है। इस दौरान हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य अपनी चरम सीमा पर होते हैं, लेकिन यह समय यात्रा के लिहाज से हमेशा सुरक्षित नहीं होता। भारी बारिश, भूस्खलन, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं की वजह से कुछ जगहों पर जाना जोखिम भरा हो सकता है। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि मानसून के महीनों में किन स्थानों की यात्रा करने से बचना चाहिए।
यात्रा असुविधाजनक हो सकती है
भारी बारिश की वजह से ट्रैकिंग, कैंपिंग और एडवेंचर गतिविधियाँ सीमित हो जाती हैं, जिससे यात्रा का मजा किरकिरा हो सकता है।
बचने योग्य स्थान:
शिमला, मनाली, धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश)
मसूरी, नैनीताल, केदारनाथ (उत्तराखंड)
सिक्किम और पूर्वोत्तर के पर्वतीय क्षेत्र
2. तटीय क्षेत्रों से बचें
तूफान और हाई टाइड का खतरा
मानसून के दौरान समुद्री क्षेत्रों में चक्रवात और तेज लहरें (हाई टाइड) आम हैं। इससे जलक्रीड़ा गतिविधियाँ खतरनाक हो जाती हैं।
समुद्र तट बंद हो सकते हैं
गोवा, केरल और महाराष्ट्र जैसे तटीय राज्यों में कई बार समुद्र तटों को बंद कर दिया जाता है।
बचने योग्य स्थान:
गोवा
केरल के समुद्र तट (कोवलम, वर्कला)
मुंबई, अलीबाग, रत्नागिरी (महाराष्ट्र)
3. वन्यजीव क्षेत्रों से दूर रहें
जंगली जानवरों की गतिविधि में बढ़ोतरी
मानसून के मौसम में जंगलों में जानवरों की आवाजाही बढ़ जाती है, जिससे सफारी और जंगल यात्रा जोखिम भरी हो जाती है।
रास्तों की स्थिति खराब हो सकती है
कई जंगल क्षेत्रों में सड़कें कीचड़ से भर जाती हैं, जिससे गाड़ियाँ फंस सकती हैं।
बचने योग्य स्थान:
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (उत्तराखंड)
कान्हा और बांधवगढ़ (मध्य प्रदेश)
सुंदरबन डेल्टा (पश्चिम बंगाल)
4. चेरापूंजी और मेघालय जैसे स्थानों से बचें
अत्यधिक वर्षा होती है
चेरापूंजी और मासिनराम जैसे स्थान दुनिया के सबसे अधिक बारिश वाले क्षेत्र हैं। यहां मानसून में यात्रा करना किसी चुनौती से कम नहीं होता।
विजिबिलिटी और सड़कें खराब
लगातार बारिश के कारण धुंध और फिसलन भरी सड़कें यात्रा को खतरनाक बना देती हैं।
बचने योग्य स्थान:
चेरापूंजी
मासिनराम
मेघालय के अन्य भीगे क्षेत्र
निष्कर्ष
मानसून के मौसम में भारत की प्रकृति जरूर सुंदर हो जाती है, लेकिन कुछ स्थानों पर यात्रा करना आपकी सुरक्षा के लिहाज़ से सही नहीं होता। ऊपर दिए गए स्थानों से मानसून के दौरान दूर रहना एक बुद्धिमानी भरा निर्णय होगा।
यदि आप इस मौसम में यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप उन क्षेत्रों को चुनें जहाँ बारिश का प्रभाव कम हो और मौसम अनुकूल बना रहे। जैसे:
राजस्थान (जयपुर, जोधपुर)
लद्दाख (जुलाई-अगस्त)
कर्नाटक का कुछ हिस्सा (हंपी)
सुझाव:
यात्रा से पहले मौसम पूर्वानुमान देखें।
आवश्यक दवाएं और फर्स्ट-एड किट साथ रखें।
यात्रा बीमा अवश्य कराएं।
“यात्रा का मजा तभी है जब सुरक्षा हो साथ” – मानसून में समझदारी से करें अपनी ट्रैवल प्लानिंग।